Saiji Takes Part in Vipashyana Shivir
योग केवल आसन ही नहीं सम्पूर्ण जीवनशैली है : साँईं जी
नारायण साँईं ने सूरत जेल में विपश्यना शिविर में भाग लिया ।
सूरत । 18 नवम्बर, 2019 । योग से आरोग्य के संकल्प को लेकर
9 नवम्बर से 19 नवम्बर तक दस दिवसीय विपश्यना शिविर का आयोजन सूरत की लाजपोर मध्यस्थ जेल में हुआ । जिसमें शिविर के प्रमुख श्री उमेश गणेश देशपांडे, जोकि नवसारी के धम्मा विपश्यना केंद्र में भी अपना मार्गदर्शन प्रदान करते हैं उनके अत्यंत आग्रह को स्वीकार करते हुए श्री नारायण साँईं जी ने भी 10 दिन तक शिविर में भाग लिया l
सुरत जेल में बंदियों को आरोग्य देने के साथ चिंता, तनाव और अवसाद से बचाने के उद्देश्य को लेकर आयोजित योग शिविर में 51 बंदी शामिल हुए ।
इस शिविर में जब पूज्य साँईं जी के सान्निध्य में बंदियों को योग करने का अवसर मिला तो उनमे नई ऊर्जा, उत्साह और उमंग का संचार हुआ ।
बंदियों ने पूज्य साँईं से योग, आसन अभ्यास के साथ उनका दैनिक जीवन में महत्व समझने का अवसर भी मिला ।
पूज्य सांईं जी ने बताया कि योग केवल कोई कसरत नही बल्कि ऋषि प्रणीत सम्पूर्ण जीवनशैली है । रोग से बचाव के साथ यह व्यक्तित्व विकास के लिए बेहद आवश्यक है ।
दस दिवसीय इस शिविर में सुबह 4 बजे नारायण साँईं जागकर ध्यानस्थ होते और योगमय जीवन का आनन्द लेते । इसी के साथ 10 दिन दो से ढाई घंटे अभ्यास करते । इस योग शिविर में 10 दिन कहां निकल गए पता ही नहीं चला ।
शिविर के अंतिम दिवस के अंतिम सत्र में मैत्री मिलन का कार्यक्रम हुआ, जिसमें शिविर में भाग लेने वाले सभी लोगों के अनुभव साझा किए गए l श्री नारायण साँईं जी के अनुभव व सुझावों को सभी ने खूब सराहा और उन्हें एक प्रमाणपत्र भी भेंट किया गया l नारायण साँईं जी ने जेल प्रशासन व सरकार से यह अनुरोध किया कि ऐसे कार्यक्रम समय-समय पर सभी जेलों में होने चाहिए l
सूरत जेल में पूज्य साँईं जी की उपस्थिति में बंदियों के लिए आयोजित विपश्यना यह शिविर उनके लिए उपयोगी रहा। जेल की चार दीवारी में बंदियों के कृतितत्व और व्यक्तित्व में निश्चित तौर पर इसके दूरगामी परिणाम सामने आएंगे ।