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।। ॐ श्री गुरुवे नमः ।।
दिं : 31/07/2020
पूज्य साँईं जी के श्रीचरणों में शत-शत प्रणाम ! कोटि-कोटि वंदन !
रक्षाबंधन का पावन पर्व आ रहा है, सभी बहनें अपने भाई को राखी बाँधकर अपना संरक्षण सुनिश्चित करेंगी । परंतु हम साधक-भक्तों के जीवन में सद्गुणों, सत्कर्मों, सत्ज्ञान के संवर्धन और संरक्षक तो पूज्य बापूजी एवं पूज्य साँईंजी (आपश्री) ही हैं । हम नागपुर आश्रम के भाई अपनी राखी आपश्री के श्रीचरणों में अर्पित करते हुए प्रार्थना करते हैं कि हमारी दुर्गुणों, दुष्कर्मों और अज्ञान से रक्षा करें । हम सदैव सन्मार्ग पर चलें, सेवा-साधना में लगे रहें पूज्य साँईंजी हमें ऐसी सत्प्रेरणा व मार्गदर्शन प्रदान करें ।
जैसे आपश्री ने प्रेमवश पूज्य बापूजी के यहाँ पुत्ररूप में अवतार लिया ऐसे ही हमारी प्रार्थना स्वीकार कीजिये और शीघ्र ही हम सभी साधकों के बीच आकर सत्संग व दर्शन प्रदान कीजिये । शास्त्र और पूज्य गुरुदेव के श्रीवचनों से सुना है कि आत्मारामी महापुरुषों के संकल्प मात्र से सृष्टि में उथल-पुथल हो जाती है । हम साधकों की प्रार्थना है कि आप ही कुछ कीजिये और शीघ्र ही जेल से बाहर आ जाइये ।
और हमें पूर्ण विश्वास है कि आप शीघ्र ही जेल से बाहर आयेंगे और देश-विदेश के भटके हुए मानव समाज को अपने ओजस्वी ज्ञान से उन्नत करेंगे, धर्म व अध्यात्म की क्रांति फैलायेंगे । त्रुटियों के लिए क्षमा एवं सन्मार्ग पर चलने के लिए मार्गदर्शन की अभिलाषा के साथ आपश्री के श्रीचरणों में सप्रेम प्रणाम !
प्रार्थी
शोभाराम एवं सभी आश्रमवासी भाई
नागपुर आश्रम (महाराष्ट्र)