भारतीय संस्कृति के आहार-विहार के विपरीत आहार-विहार किया जाए और गीता के सिद्धांत के विरुद्ध जिएंगे तो अपने खुद के लिए भी समस्या बन जाएंगे और दुनिया के लिए भी !
कोरोना वायरस के मरीजों के लिये शुभ समाचार यह है की, आसानी से उपलब्ध होनेवाली दवाई इस रोग पर असरकारक तरीके से रेस्पॉन्स दे रही है। इंडियन कॉउन्सिल ओफ़ मेडिकल रीसर्च में विज्ञापन दिया गया है की कोरोना वाइरस के हाईरिस्क मरीज के इलाज के लिए हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन (HYDROXY CHLOROQUINE) मेडिसिन प्रभावी है ।
अगर चीन के लोग भगवद्गीता के ‘युक्ताहार विहारस्य…’ श्लोक के अनुरूप अपनी जीवनशैली व खान पान करते तो कोरोना वाइरस नहीं होता ! भारतीय संस्कृति के अनुसार आहार विहार करने वाले लोगों से इसकी शुरुआत नहीं हुई ! बल्कि इस सिद्धांत को न मानने वाले लोगों से यह ख़तरनाक वाइरस ने देश – दुनिया में हाहाकार मचाया है ।